मेरी ओर से नवरात्रि की शुभ कामनाएँ करें स्वीकार!
माँ तेरे चरणों में स्वर्ग हैं,माँ तेरे आशीष में प्रेम हैं
काली तू महाकाली तू, दुर्गा तू नवदुर्गा,
ब्रह्मा जी के मन भाती हो। ज्ञान सभी को सिखलाती हो।
नवरात्रि के इन नौ दिनों के दौरान, शायरी के माध्यम से मां दुर्गा की उपासना की जाती है। यह शायरी उनकी शक्तियों की महिमा को गाती है और भक्तों को उनके पास आने का अहसास कराती है। इसमें भक्ति, आद्यात्मिकता, और श्रद्धा की भावना होती है, जो इस अद्वितीय अवसर पर महत्वपूर्ण होती हैं।
सोमवार को शिव संग प्यारी। आरती तेरी जिसने उतारी।
आपके दिल से सभी कष्टों का समापन हो जय माता दी !!
माँ दुर्गा का आशीर्वाद हो आपके साथ जय माता दी !!
माँ के आगमन का आनंद मनाएं और उनके चरणों में हो लगाएं अपने मनोकामनाओं के फूल।
पर याद रहे माँ शब्द ना चढ़े किसी भी गाली में !!
नवरात्रि के इस मौके पर हो आपका जीवन खुशियों से भरा।
माँ के दिव्य रूप का ध्यान रखकर आपके जीवन को सजाएं।
नवरात्रि के इस पावन मौके पर माँ अम्बे के !!
पार्वती तू उमा कहलावे। जो तुझे सिमरे सो सुख पावे।